Success Story: मंजिल तक पहुंचने के रास्ते में कई ऐसी रुकावटें आईं, जिसने एक समय के लिए उन्हें तोड़कर रख दिया. लेकिन रोहित ने हार नहीं मानी और तीन सालों की कड़ी मेहनत के दम पर अपने सपने को साकार कर दिखाया. जैसे ही रोहित पहली बार वर्दी पहनकर अपने घर पहुंचे, तो उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
लॉकडाउन में गई नौकरी, तो शुरू की तैयारी, अब टाइपिस्ट का बेटा बना सब इंस्पेक्टर