पिता चलाते हैं पान की गुमटी, बेटे ने क्वालीफाई किया नीट, किताबों के लिए वेटर तक बना ये टॉपर 

पिता चलाते हैं पान की गुमटी, बेटे ने क्वालीफाई किया नीट, किताबों के लिए वेटर तक बना ये टॉपर 


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Success story : पिता पान की गुमटी चलाकर घर का खर्च चलाते हैं. घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. बैकग्राउंड इतना मजबूत नहीं था कि स्टडी टेबल ले सकें, लेकिन बेटे ने हार नहीं मानी.

गोंडा. यूपी के लाल ने कमाल कर दिया है. गोंडा जिले के रहने वाले रुद्र शुक्ला ने वो कर दिखाया है जिसका सपना लाखों छात्र देखते हैं. रुद्र के पिता पान की छोटी सी गुमटी चलाते हैं, लेकिन बेटे ने सारी कठिनाइयों को पीछे छोड़ते हुए NEET 2025 (नीट) की परीक्षा पास कर ली है. Local 18 से बातचीत में छात्र रुद्र बताते हैं कि वे गोंडा जिले के इंद्रापुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता पान की गुमटी चलाकर घर का खर्च चलाते हैं. घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन बेटे की पढ़ाई में कभी कोई कमी नहीं आने दी.

टीचर कहते थे दिल तोड़ने वाली बात

रुद्र शुक्ला बताते हैं कि टीचर बोलते थे कुछ नहीं कर पाओगे. आज उन्हीं टीचरों के सबसे ज्यादा कॉल आ रहे हैं और सबसे ज्यादा स्टेटस भी वही लगा रहे हैं. रुद्र शुक्ला का कहना है यदि आप कुछ ठान लो तो उसको करना बड़ी बात नहीं है. मैंने ठान लिया था कि मुझे डॉक्टर बनना है. रुद्र बताते हैं कि इससे पहले भी एक बार परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें सिलेक्शन नहीं हो पाया था. दूसरी बार में हुआ है. रुद्र की मां आशा बहू हैं. बैकग्राउंड इतना मजबूत नहीं था कि स्टडी टेबल ले सकें. घर के बक्सा पर बुक रखकर पढ़ाई की है.

रुद्र शुक्ला बताते हैं कि उन्होंने रात में वेटरिंग का भी काम किया है. दिन में पढ़ाई करते थे. इससे कुछ पैसा मिल जाता था तो नोट्स वगैरा लेने में मदद होती थी. रुद्र कहते हैं कि हमारे पास इतना पैसा नहीं था. न हम घर पर बोल सकते थे कि हमको इस बुक की जरूरत है या इस नोटिस की जरूरत है. इसीलिए जो काम मिला, वह कर लेते थे. रुद्र बताते हैं कि वे डेली 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते थे.

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