New Coronavirus Strain: कोरोना महामारी ने पिछले कुछ सालों में पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। हालांकि समय के साथ वैक्सीन और उपचार ने राहत दी, लेकिन वायरस का बदलता स्वरूप अब भी चिंता का कारण बना हुआ है. हाल ही में सामने आया कोरोना का XFG वेरिएंट, जिसे स्ट्रेटस भी कहा जा रहा है, एक बार फिर से लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. यह वेरिएंट इस साल जनवरी में दक्षिण-पूर्व एशिया में पहली बार पाया गया और अब तक कई देशों में फैल चुका है. विशेषज्ञों के अनुसार इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं और भारत समेत पूरी दुनिया को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
दुनिया भर में बढ़ता खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, स्ट्रेटस वेरिएंट जनवरी 2025 में सबसे पहले दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया गया था. जून तक यह 38 देशों में फैल गया. वहीं अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग CDC का कहना है कि अमेरिका के नौ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है. इनमें न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, डेलावेयर, वर्मोंट, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, मिनेसोटा, नॉर्थ डकोटा और साउथ डकोटा शामिल हैं.
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स्ट्रेटस से पहले आया था निंबस वेरिएंट
इससे पहले कोरोना का निंबस वेरिएंट सामने आया था, जो काफी संक्रामक और गंभीर माना गया. निंबस से संक्रमित लोगों में गले में तेज दर्द यानी “रेजर ब्लेड sore throat” जैसे लक्षण देखे गए थे. अब नया वेरिएंट स्ट्रेटस भी तेजी से फैल रहा है और इसके लक्षण अलग-अलग रूप में सामने आ रहे हैं.
स्ट्रेटस वेरिएंट के मुख्य लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ या सीने में जकड़न
- गले में खराश या खिंचाव जैसा दर्द
- सिरदर्द और पूरे शरीर में दर्द
- पेट खराब रहना या भूख न लगना
- मतली या उल्टी जैसा अहसास
- दिमागी थकान, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
- स्वाद और गंध का कम या न आना
राहत कैसे मिलेगी
- डॉक्टर की सलाह पर एंटीवायरल दवाएं दी जा सकती हैं
- शुरुआती लक्षणों में घरेलू नुस्खे जैसे गुनगुना पानी पीना, भाप लेना, हल्दी-दूध का सेवन राहत पहुंचा सकता है
- बुखार या दर्द होने पर सामान्य दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर से पूछे बिना दवा न लें
- पर्याप्त आराम और संतुलित आहार शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वेरिएंट बदलते रहेंगे, लेकिन सावधानी और सतर्कता ही इसका सबसे बड़ा इलाज है. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथ धोना, संतुलित आहार लेना और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाना बेहद जरूरी है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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