बिहार दारोगा बहाली: इतिहास सेगमेंट बना सकता है आपकी मेरिट! इन टॉपिक्स पर पकड़ से पाएं पूरे अंक

बिहार दारोगा बहाली: इतिहास सेगमेंट बना सकता है आपकी मेरिट! इन टॉपिक्स पर पकड़ से पाएं पूरे अंक


Last Updated:

Bihar Daroga Recruitment Syllabus: दारोगा प्रिलिम्स परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों को कई टॉपिक पर पकड़ मजबूत करनी होगी. इसमें इतिहास विषय का महत्वपूर्ण योगदान रहता है इतिहास विषय से लगभग 15-17 सवाल पूछे जाते हैं.

ख़बरें फटाफट

गयाजीः बिहार में दरोगा के बहाली के लिए 1799 पदों पर आवेदन लिए जा रहे हैं. दारोगा बहाली प्रिलिम्स परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को ही अगले चरण में मौका दिया जाता है. दारोगा के बहाली चार चरण में पूरा होता है जिसमें प्रिलिम्स परीक्षा, मेंस परीक्षा, फिजिकल तथा मेडिकल और उसके बाद ज्वाइनिंग होती है. प्रिलिम्स परीक्षा को लेकर कई कोचिंग संस्थान तैयारी भी शुरू कर दी है. गया शहर के गया कॉलेज खेल परिसर में स्थित बीपीएससी और यूपीएससी अकादमी जहां हर साल दरोगा की बहाली में अभ्यर्थियों का चयन होता है.

कई टॉपिक पर पकड़ मजबूत करनी होगी
इस कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर मोहित कुमार बताते हैं कि दारोगा प्रिलिम्स परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों को कई टॉपिक पर पकड़ मजबूत करनी होगी. इसमें इतिहास विषय का महत्वपूर्ण योगदान रहता है इतिहास विषय से लगभग 15-17 सवाल पूछे जाते हैं. इतिहास की तैयारी कैसे करेंगे इस पर इन्होंने बताया कि इतिहास में तीन पोर्शन होते हैं जिसमें एंसिएंट हिस्ट्री, मेडाइवल हिस्ट्री और मॉडर्न हिस्ट्री.

ज्यादा सवाल मॉडर्न हिस्ट्री से पूछे जाते हैं
दारोगा की परीक्षा में सबसे ज्यादा सवाल मॉडर्न हिस्ट्री से पूछे जाते हैं. उसके बाद एंसिएंट हिस्ट्री और मेडाइवल हिस्ट्री से भी सवाल रहते हैं. मॉडर्न हिस्ट्री की बात करें तो सबसे ज्यादा सवाल कांग्रेस की स्थापना के बाद गांधी आंदोलन से, 1857 का विद्रोह, गवर्नर जनरल, कांग्रेस का अधिवेशन कब और किस प्रकार हुआ इस पर फोकस करना होगा. वही एंसिएंट हिस्ट्री में वैदिक काल, मौर्य काल तथा मगध काल पर सवाल पूछे जाते हैं, जबकि मेडाइवल हिस्ट्री में मुगल काल, सल्तनत काल पर ज्यादा जोर देना होगा.

यहां ध्यान देने की जरूरत
इन्होंने बताया कि इतिहास विषय को पढ़ने के लिए अभ्यर्थियों को बहुत ज्यादा मेहनत करना पड़ता है, क्योंकि यह एक ऐसे विषय हैं, जिसमें पूरे अंक प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल होता है. इतिहास विषय में छात्रों को इस बात पर ज्यादा ध्यान देना है की भारत का इकॉनामी हड़प्पा काल से लेकर अभी का जो जीडीपी है उसका इतना ग्रोथ कैसे हुआ. वैदिक काल के हड़प्पा सभ्यता के प्रशासन से वर्तमान के विधायक, सांसद कैसे आए इसको समझना होगा. पिछले कुछ वर्षों की बात करें तो दरोगा बहाली में क्वेश्चन पैटर्न में काफी बदलाव आया है. इसलिए छात्रों को फैक्ट बेस्ड नहीं बल्कि कॉन्सेप्ट बेस्ड पढ़ाई करनी होगी.

homecareer

दारोगा बहाली: इतिहास सेगमेंट बना सकता है मेरिट! इन टॉपिक्स से पाएं पूरे अंक



Source link

Loading

More From Author

जवानी के दिनों में  सांवली थीं काजोल, एक्ट्रेस की आज की तस्वीरें देख खा जाएंगे धोखा

जवानी के दिनों में सांवली थीं काजोल, एक्ट्रेस की आज की तस्वीरें देख खा जाएंगे धोखा

India Manufacturing PMI : देश में मैन्युफैक्चरिंग की रफ्तार धीमी, रोजगार को लेकर बुरी है खबर

India Manufacturing PMI : देश में मैन्युफैक्चरिंग की रफ्तार धीमी, रोजगार को लेकर बुरी है खबर