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UP Constable Recruitment Exam 2025 : एक्सपर्ट के अनुसार, केवल तीन महीने में भी सही रणनीति और फोकस के साथ यूपी पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा की तैयारी की जा सकती है. समय प्रबंधन, स्टडी प्लान और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान देकर उम्मीदवार सफलता के करीब पहुंच सकते हैं.
गाजियाबाद : अगर आप नवंबर में होने वाली यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सफल होना चाहते हैं तो अपनी तैयारी अभी से शुरू कर दें. यह परीक्षा युवाओं के लिए बड़ा मौका है और सीटें सीमित हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि सही रणनीति के साथ रोज़ाना कुछ घंटे की पढ़ाई से सफलता मिल सकती है. इस दौरान उम्मीदवारों को हिंदी, गणित, रीजनिंग और सामान्य ज्ञान पर बराबर ध्यान देना होगा. साथ ही फिजिकल टेस्ट के लिए रोज़ दौड़ और कसरत करना भी जरूरी है. कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ की गई तैयारी ही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में जीत की कुंजी है.
क्या है परीक्षा का फॉर्मैट?
अजीत नागर बताते हैं कि यह परीक्षा 4 चरणों में होती है. सबसे पहले लिखित परीक्षा होती है. इसमें 150 प्रश्न पूछे जाते हैं जो 300 अंकों के होते हैं. हर सही उत्तर पर 2 अंक मिलते हैं और गलत जवाब पर 0.5 की नेगेटिव मार्किंग होती है. पेपर में हिंदी और रीजनिंग के 37-37 सवाल आते हैं जो 74-74 अंकों के होते हैं. वहीं गणित और सामान्य ज्ञान के 38-38 सवाल होते हैं जिनके 76-76 अंक तय हैं. खास बात यह है कि हर विषय में कम से कम 35 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है. लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा होती है. इसमें पुरुषों को 25 मिनट में 4.8 किलोमीटर और महिलाओं को 14 मिनट में 2.4 किलोमीटर दौड़ लगानी होती है. इसके बाद शारीरिक मापदंड जैसे लंबाई और सीना नापा जाता है. फिर दस्तावेज़ जांच और मेडिकल टेस्ट होता है.
इन विषयों पर दें ध्यान
नागर के अनुसार हिंदी विषय में यूपी बोर्ड के छात्रों को बढ़त मिलती है क्योंकि उनकी भाषा पर पकड़ अच्छी होती है जबकि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के छात्रों को इसमें अधिक मेहनत करनी पड़ती है. उन्होंने रीजनिंग को सबसे कठिन विषय बताया और कहा कि इसकी तैयारी विशेषज्ञ की मदद से करनी चाहिए. सामान्य ज्ञान की तैयारी को लेकर उन्होंने कहा कि सब कुछ पढ़ने की बजाय जरूरी टॉपिक पर ध्यान देना चाहिए. इसके लिए कोचिंग, पुस्तकालय, ऑनलाइन साधन या सब-इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहे छात्रों से भी मदद ली जा सकती है.
दौड़ पर भी करें फोकस
अजीनागर का कहना है कि सिर्फ लिखित परीक्षा पास करना काफी नहीं है फिजिकल की तैयारी भी जरूरी है. पुरुष अभ्यर्थियों को 25 मिनट में 4.8 किलोमीटर दौड़ पूरी करनी होती है और यह बिल्कुल आसान नहीं है. इसलिए हर दिन दौड़ने, पुश अप्स करने और शरीर को फिट रखने की आदत डालनी चाहिए. उन्होंने पढ़ाई के समय पर भी जोर देते हुए कहा कि सुबह का समय पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा होता है. अगर छात्र रोजाना सुबह 4 से 7 बजे तक पढ़ाई करें तो 3 महीने की तैयारी काफी है. उम्मीदवारों के पास 90 दिन यानी करीब 450 घंटे हैं और अगर रोजाना पांच घंटे मन लगाकर पढ़ाई की जाए तो सफलता की संभावना बहुत बढ़ जाती है.
बच्चों पर न डालें उम्मीदों का बोझ
नागर ने मोबाइल और सोशल मीडिया को सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए छात्रों से कहा कि इसका इस्तेमाल सिर्फ पढ़ाई के लिए करें. वरना यह कीमती समय और ध्यान दोनों बर्बाद कर देता है. उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर अपनी उम्मीदों का बोझ न डालें क्योंकि ज्यादा दबाव से छात्र तनाव में आ जाते हैं और उनका प्रदर्शन खराब हो जाता है. एक परीक्षा में असफल होना जिंदगी का अंत नहीं है असली परीक्षा तो जीवन ही है. अंत में नागर ने कहा कि अगर विद्यार्थी सच्चे मन से मेहनत करें ध्यान लगाकर पढ़ाई करें और यह विश्वास रखें कि सफलता मिलेगी तो मेहनत और लगन ज़रूर रंग लाएगी.
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु… और पढ़ें