निवेशकों को इस IPO पर नहीं मिला धमाकेदार रिटर्न,  लिस्टिंग गेन क्यों रहा कमजोर? जानें क्या कहती

निवेशकों को इस IPO पर नहीं मिला धमाकेदार रिटर्न, लिस्टिंग गेन क्यों रहा कमजोर? जानें क्या कहती

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IPO Trends in India: भारतीय शेयर मार्केट में पिछले कुछ दिनों से आईपीओ की बहार आई हुई है. प्राइमरी मार्केट ने पिछले कुछ दिनों में सबसे ज्यादा फंडरेजिंग की है. 61 कंपनियों के आईपीओ से करीब 90,000 करोड़ रुपए जुटाए गए हैं. हालांकि, कैपिटल फंडरेजिंग का रिकॉर्ड बनाने के बावजूद भी इसका फायदा निवेशकों को नहीं मिल पाया हैं.

इकोनॉमिक टाइम्स में छपे एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेंडलाइन डेटा कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. 61 कंपनियों के आईपीओ में से 44 आईपीओ ने 10 फीसदी से कम लिस्टिंग गेन दिया है. वहीं, 19 आईपीओ की लिस्टिंग निगेटिव या फ्लैट रही है. साल 2021-22 की प्रॉफिटेबल शुरुआती सेशन की तुलना में यह बिल्कुल विपरीत है.

क्या कहती है डेटा?

डेटा से मिली जानकारी के अनुसार, अगस्त से नवंबर महीने के बीच आए आईपीओ से कंपनियों ने 1.03 लाख करोड़ रुपए बाजार से जुटाए. जिसमें देश की बड़ी कंपनियों का नाम शामिल है. टाटा कैपिटल, LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, लेंसकार्ट, ग्रो और टेनेको क्लीन एयर जैसी कंपनियों के शेयर बाजार में आए. हालांकि, लिस्टिंग के बाद इन कंपनियों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है.

डेटा बताती है कि, निवेशकों को आईपीओ प्राइस की तुलना में केवल 11 फीसदी का रिटर्न मिला है. जो कि पिछले सालों में हुई लिस्टिंग की तुलना में बहुत खराब है. बाजार का हाल तो यह है कि, 61 कंपनियों में से 26 अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रही है. वहीं 35 आईपीओ में मुनाफा देखने को मिल रहा है.

बाजार जानकारों का मानना है कि, लिस्टिंग गेन में आया यह बदलाव बदलते मार्केट सेंटिमेंट को दिखाता है. कंपनियां मार्केट से पैसा तो जुटा रही है पर मार्केट अब हर लिस्टिंग को मजबूत शुरुआत नहीं दे रहा है.

भारी रिटेल सब्सक्रिप्शन वाले IPO का बुरा हाल

पिछले दिनों जिन IPO को रिटेल निवेशकों ने सबसे ज्यादा पसंद किया, वहीं लिस्टिंग के बाद खराब प्रदर्शन कर रहे हैं. रिटेल निवेशकों ने जिन आईपीओ को भारी सब्सक्राइब किया, उनकी मार्केट में चाल कमजोर हो गई.

Dev Accelerator को रिटेल सेक्शन में 164.72 गुना बोली मिली थी, फिर भी यह अब इश्यू प्राइस से करीब 30 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है. VMS TMT, जिसे 47 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला था, लगभग 37 फीसदी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है . इसी तरह सोलरवर्ल्ड एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर भी रिटेल और HNI की जबरदस्त दिलचस्पी के बावजूद 14 प्रतिशत से ज्यादा टूट गए हैं.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

यह भी पढ़ें: कमजोर लिस्टिंग के बाद जोरदार वापसी, इस कंपनी के शेयर बने रॉकेट, निवेशकों की हुई बल्ले-बल्ले

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